
देश में बेकाबू वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। लगातार कोरोना संक्रमण के मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि ने सरकार से लेकर आम लोगों तक की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने के साथ ही देश में अस्पतालों की हालत बेहद खराब नजर आ है। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत है। वहीं देश में मंगलवार को बीते 24 घंटों में 2.56 लाख से अधिक नए कोरोना मरीज मिले और करीब 1,757 लोगों की संक्रमण के चलते जान चली गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों को भारत की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। कोरोना वायरस से जुड़ी देश-विदेश की सभी अपडेट यहां पढ़ें…
पहले स्थितियां अलग थीं, अब हम मजबूत हैं
प्रधानमंत्री ने करोना की पहली लहर से तुलना करते हुए कहा कि पहले स्थितियां भिन्न थीं। पहले हमारे पास मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं था। पीपीई का उत्पादन नहीं था, बीमारी के इलाज के लिए खास जानकारी नहीं थी। लेकिन हमने जल्द ही इस क्षेत्र में भी आगे बढ़े। आज हमारे पास बड़ी मात्रा में पीपीई किट्स हैं। लैब का बड़ा नेटवर्क है और हम जांच की सुविधा को लगातार बढ़ा रहे हैं।
हर जरूरतमंद तक वैक्सीन पहुंचाने पर जोर
टीकाकरण अभियान की शुरुआत से ही इस पर जोर दिया गया कि हर क्षेत्र में जरूरतमंद व्यक्तियों तक वैक्सीन पहुंचे। आज कोरोना से इस लड़ाई में हमें हौसला मिलता है कि हमारे स्वास्थ्यकर्मी, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और वरिष्ठ नागरिकों के एक बड़े हिस्से को टीका लग चुका है। अब हमने एक मई से 18 वर्ष से ऊपर हर व्यक्ति के टीकाकरण की अनुमति दे दी है।
पिछले साल कोरोना के मामले सामने आए ही थे तभी हमारे देश में कोरोना के खिलाफ प्रभावी वैक्सीन पर काम शुरू कर दिया गया था। आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में है। हमारी कोल्ड चेन व्यवस्था के अनुकूल वैक्सीन हमारे पास है। इस कार्य में निजी क्षेत्र ने शानदार प्रदर्शन किया है।
हमारा फार्मा सेक्टर बहुत मजबूत
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार देश में जैसे की कोरोना के मामले बढ़े, दवाओं का उत्पादन भी बढ़ा। उन्होंने कहा कि आज पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा दवाइयों का उत्पादन हो रहा है, इसे और तेज किया जा रहा है। हमारे पास बेहद मजबूत फार्मा सेक्टर है, जो तेजी से और अच्छी दवाइयां बनाता है।
ऑक्सीजन संकट से निपटने के हो रहे सभी प्रयास
इस बार कोरोना संकट में देश के कई हिस्सों में ऑक्सीजन की मांग बहुत बढ़ी है। इस विषय में पूरी संवेदनशीलता के साथ तेजी से काम किया जा रहा है। केंद्र, राज्य सरकारें और निजी क्षेत्र सभी इसी कोशिश में लगे हैं कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले। ऑक्सीजन उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं।
चिकित्सकों का जताया आभार
प्रधानमंत्री ने कोरोना संकट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों का आभार जताया। उन्होंने अपील की कि दोबारा देश जिस संकट का सामना कर रहा है, उससे निपटने में आपको फिर वही भूमिका निभानी है।
चिकित्सकों का जताया आभार
प्रधानमंत्री ने कोरोना संकट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों का आभार जताया। उन्होंने अपील की कि दोबारा देश जिस संकट का सामना कर रहा है, उससे निपटने में आपको फिर वही भूमिका निभानी है।
चुनौती बड़ी है लेकिन पार करेंगे: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि कोरोना की दूसरी लहर तूफान की तरह आई है। चुनौती बड़ी है लेकिन हमें इसे अपने संकल्प, हौसले और मजबूत इरादों के साथ पार करना है।